हस्तमैथुन : फायदे, नुकसान, लत व छोड़ने के 5 उपाय BY Dr. Ajayita



हस्तमैथुन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे करते तो सब है पर कोई भी हस्तमैथुन के फायदे, नुकसान के बारे मे खुल कर बात नहीं करता है इस विषय पर लोगो के मन मै हमेशा भ्रम बना रहता है। इसलिए इस लेख मे हम हस्तमैथुन पर आयुर्वेद व विज्ञान दोनो के मत को समझेंगे।


आयुर्वेद ओर विज्ञान के अनुसार हस्तमैथुन के फायदे नुकसान व इसे छोड़ने के उपाय

 

हस्तमैथुन क्या है? (what is masterbation )

हस्तमैथुन (masterbation) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मनुष्य अपने हाथों से ही अपने आप को सेक्सुअली संतुष्ट करता है। आज मास्टर्बेशन काफी कॉमन है, एक सर्वे के मुताबिक लगभग 95% पुरुष और 88% महिलाएं हस्तमैथुन करती हैं।

आधुनिक विज्ञान की माने तो एक उम्र के बाद हमारे हार्मोंन ही ऐसे हो जाते है कि हमें खुद को संतुष्ट करना पड़ता है, और अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपकी बॉडी नाईट फॉल के जरिए अधिक शुक्राणुओं को बॉडी से बाहर निकाल देगी।

विज्ञान के अनुसार हस्थमैथुन करना सही या गलत?

अगर आधुनिक विज्ञान (modern science ) की माने तो वह कहती है कि एक व्यक्ति को निरंतर हस्मैथुन करना चाहिए क्योंकि उसकी बॉडी निरंतर शुक्राणुओं को बनाती रहती है। यहां बहुत ही सुरक्षित तरीका है खुद को सेक्सुअली संतुष्ट करने का।

विज्ञान के अनुसार हस्थमैथुन के फायदे | Benifits of masterbation

  • हस्तमैथुन करने से तनाव कम हो जाता है।
  •  नींद अच्छी आती है।
  •  सिर दर्द खत्म हो जाता है।
  • हस्तमैथून स्ट्रेस खत्म करने मै भी फायदेमंद है।
  • इससे आपके शरीर व दिमाग को रिलैक्स मिलता है।
  •  हस्तमैथुन करने के बाद आप अपने काम पर बेहतर तरीके से फोकस कर पाते हैं।

पर यदि आप उन आर्टिकल्स को पढ़ते हैं जो बताते हैं कि हस्तमैथून करने से नपुंसकता आती है ,अंधे हो जाते हैं ,हाथों पर बाल उगने लगते हैं तो आप निश्चिंत हो सकते हैं क्योंकि इसके कोई भी वैज्ञानिक सबूत नहीं है।

हालांकि आधुनिक विज्ञान ( modern science) हस्तमैथुन की लत ( addiction of masterbation) को नुकसानदायक मानता है।

हस्तमैथुन की लत (addiction of masterbation) क्या है?

हस्तमैथुन की लत (excessive masterbation) उस स्थिति को कहेंगे जब आपके दिमाग में हर वक्त हस्तमैथुन का ही ख्याल आता हो, जब आप अपने काम को छोड़कर हस्तमैथुन करने लगे, जब आपको यह महसूस होने लगे कि आप हस्तमैथुन के बिना  नहीं रह सकते तब हस्तमैथुन के नुकसान भी हो सकते हैं।

हस्तमैथुन की लत क्यो पड़ती है?

दोस्तों जब हम मास्टर्बेशन करते हैं तो हमारा शरीर Dopamin, seratonin, oxytooxytocin जैसे feel good harmon release करता है।

यही harmon release होते है जब हम अच्छा खाना, खाते है party करते हे या फिर हम drugs लेते है, क्योकि इन hormon से हमे अच्छा महसूस होता है, इसलिए हम इसे बार -बार करते है।

अब होता यह है कि  बार- बार करने पर इतने hormon release से बात नहीं बनती, वो आप को कुछ कम लगने लगता है, और गुड फीलिंग के लिए आपको ज्यादा हार्मोन चाहिए, और फिर आप बार-बार उसे करने लगते हैं और इस तरह एक गड्ढे में गिरते जाते हैं फिर एक वक्त ऐसा आ जाता है कि आप हस्तमैथुन करें बिना रह नहीं पाते हैं।

खाने की लत से मोटा होना या सीरियस ड्रग एडिक्शन में फंस जाना यह भी एक ऐसी ही प्रक्रिया है, फिर इससे ना सिर्फ शारीरिक रूप से कमजोरी आती है बल्कि व्यक्ति मानसिक रूप से भी खुद को कमजोर महसूस करता है।

हस्तमैथुन की लत के नुकसान


लड़कियों मे हस्तमैथुन की लत से नुकसान
  • लड़कियो की संवेदनशीलता कम होती जाती है।
  •  असली सेक्स करने के टाइम पर उन्हें संतुष्टि नहीं मिल पाती है।
  • तनाव आता है।
लड़को मे हस्तमैथुन की लत के नुकसान
  •   उनके अंदर testostoren कम होने लगता है।
  •  मसल्स भी कमजोर होती जाती हैं।
  • बाल गिरने लगते हैं।
  • उर्जा कम होती है।
  • अत्यधिक मास्टर्बेशन से गाल पिचक जाते है।
  • आत्मविश्वास गिरने लग जाता है।

अंततः आधुनिक विज्ञान के अनुसार हस्तमैथुन से कोई नुकसान नहीं है यहां जरूरी है परंतु अत्यधिक हस्तमैथुन या हस्तमैथुन की लत नुकसानदेह हो सकती है।

आयुर्वेद के अनुसार हस्तमैथुन करना सही है या गलत ?

आयुर्वेद के अनुसार शुक्र धातु या वीर्य का खोना बहुत बड़ी हानि है। आयुर्वेद की संहिताओं मे यह तक बताया गया है कि यदि हम 32 किलो खाना खाएं तो उससे 700 ग्राम खून बनेगा और उससे फिर मात्र 15 ग्राम शुक्राणु बनेगा और एक बार हस्तमैथुन करने से लगभग 20 ग्राम शुक्राणु बाहर निकल जाते हैं।

आयुर्वेद के अनुसार हम जब कुछ खाते हैं तो वहां 7 स्तर से गुजरता है इन्हें सप्तधातु कहा गया है और इस पूरी प्रक्रिया में 35 दिन का समय लगता है।

आप सोच कर देखिए कि एक शुक्राणु ही एक नई जिंदगी को जन्म दे देता है। शुक्र धातु ही मर्दों में  वीर्य का स्त्रोत है और इसे ही लड़कियों में रज का नाम दिया गया है।

आयुर्वेद की मानें तो शुक्र धातु बचपन से ही हमारी हर एक कोशिकाओं में पाई जाती है ओजस के रूप में।

जहां शुक्र धातु एक नई जिंदगी को बनाने की काबिलियत रखता है, शारीरिक कोशिकाओं में उपस्थित होने की वजह से ही यह सुंदरता, आकर्षण, खुशी व रचनात्मकता का भी कारण बनता है।

आयुर्वेद के अनुसार हस्तमैथुन से नुकसान

आयुर्वेद के अनुसार यदि हस्तमैथुन या वीर्य को क्षय करते हैं तो –

  •  तनाव बढ़ता है।
  •  मानसिक व शारीरिक कमजोरी आने लगती है।
  •  आत्म विश्वास कम होने लगता है।
  • हस्तमैथुन से आध्यात्मिकता घटती है।
  •  समझने और सोचने की क्षमता कम होती जाती है।
  • अधिक मास्टर्बेशन से शरीर से आकर्षण और तेज खत्म हो जाता है।

हस्तमैथुन कैसे छोड़े? (How to quit masterbation)

सबसे पहले तो आपको यहां आत्मचिंतन करना पड़ेगा  कि मास्टर्बेशन की ये आदत कितना समय  आपके स्वास्थ्य और ऊर्जा का खत्म कर रही है। आपको उस ऊर्जा और समय का उपयोग दूसरे कामों की तरफ परिवर्तित करना होगा।

हस्तमैथुन छोड़ने के 5 तरीके

  1.  एक टाइम टेबल बना ले।
  2. खुद को पूरा दिन व्यस्त रखें।
  3.  अकेले ना रहे दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताएं।
  4. कोई खेल खेलना शुरू कर दें व्यायाम जरूर करें।
  5.  ध्यान और योग भी इसमें बहुत  लाभकारी है।

आप टीवी या लैपटॉप पर किस तरह का कंटेंट देखते हैं यह भी निर्भर करता है कि आप कि हस्तमैथून की  आदत कब तक सुधरेगी।

सबसे महत्वपूर्ण है आपकी इच्छा शक्ति यदि आपने ठान लिया तो हस्तमैथुन कि लत से जरूर बाहर आ जाएंगे।

यकीन मानिए मैंने कई लोगों को देखा है मास्टर्बेशन की लत से बाहर आते हुए, और वे अब बेहद खुश हैं आप भी जरुर सफल होंगे और एक सुखी जीवन व्यतीत करेंगे.

हस्तमैथून पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न – मुझे हस्तमैथून करना चाहिए या नहीं?

 यदि आपके उच्च  आध्यात्मिक लक्ष्य हैं एक मजबूत शरीर चाहते हैं और मानसिक संतुलन तथा बुद्धि की स्वच्छंदता चाहते हैं तो आपको कम से कम मात्रा में हस्तमैथुन करना चाहिए लेकिन यहां बिल्कुल भी forceful नहीं होना चाहिए।

प्रश्न – हस्तमैथुन न करने के क्या फायदे है?

आयुर्वेद के अनुसार यदि हम वीर्य को अपने शरीर में हीं रखें तो ऐसा करने से कामवासना की ऊर्जा धीरे-धीरे ऊपर उठकर मस्तिष्क तक पहुंच जाती है जिससे तीव्र याददास्त, चेहरे पर तेज, बलवान शरीर और रचनात्मक बुद्धि बढ़ती है और हम धीरे-धीरे भौतिकता वाद की खुशी और दुखों से ऊपर उठते जाते हैं और प्रकृति के नियमों को अच्छे से समझ पाते हैं।

प्रश्न – वीर्य मे क्या होता है?

जब आधुनिक चिकित्सकों ने शुक्राणुओं को लैब में टेस्ट किया तो  पाया कि शुक्राणुओं में 90% पानी होता है और 10% ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सीधे मस्तिष्क को पोषण देते हैं”

प्रश्न – क्या मुझे रोज हस्तमैथुन करना चाहिए?

विज्ञान के अनुसार वीर्य का शरीर मे बनना एक निरंतर प्रक्रिया है, आप हस्तमैथुन रोज कर सकते है पर ध्यान रहे आपको इसकी लत न लगे।

प्रश्न – हस्तमैथून करने के बाद कमजोरी क्यो महसूस होती है?

डॉक्टर्स के मुताबिक यह हमारे मनोविज्ञान के कारण होता है यह हमारे दिमाग़ मे गहराई से बैठा हुआ है की हस्तमैथुन करने से कमजोरी आती है।

दोस्तों हमारे लेख हस्तमैथुन के फायदे, नुकसान व छोड़ने के उपाय के बारे मे आपके क्या विचार है हमे कमेंट मे जरूर बताएं।

और नया पुराने