अपनी insult का जवाब कैसे दे? (how to react on insult)



अपनी insult का जवाब कैसे दे? (how to react on insult) 

अपनी रोजमर्रा की बातचीत में हम बहुत से लोगों की बातों से इरिटेट होते हैं, क्योंकि हमारे अंदर कोई ऐसा weak point होता है जो उनकी नेगेटिविटी से ईंजिली hurt हो जाता है और तभी हमारा goal होना चाहिए इन्हीं weak points को overcome करना ताकि जब भी कोई इंसान हमारी insult करने या फिर हमसे बत्तमीजी करने की कोशिश करे, तब हम calm और कम्पोज़ रहें बजाय hate और गुस्से जैसे नेगेटिव emotions से भरने के।

दूसरे लोग हमारी जिंदगी में आने वाले प्यार, support और meaning का भी स्रोत बन सकते हैं और गुस्से या फिर दुख का भी। आज हम आपको इस आर्टिकल मे यही बताएंगे की अपनी insult का जवाब कैसे दे ( how to react on insult ), अगर कोई insult करे तो क्या करे? अपने मन को शांत कैसे करें और इस बात को एक्सेप्ट कैसे करें कि हमारे अंदर दूसरों से नेगेटिव इंफ्लूएंस ना होने की पूरी ताकत है।


अपनी insult का जवाब कैसे दे? (  how to react on insult )

 बहारी चीज़ो पर focuse मत करो।

एक फिलॉसफर और एक आम इनसान में एक बड़ा अंतर ये होता है कि जहां एक बोलता है कि वो अपने बच्चे अपने भाई या फिर अपने बाप की वजह से दुखी है। वहीं दूसरा थोड़ा सोचता है और बोलता है कि मैं खुद की वजह से दुखी हूं। क्योंकि बाहरी चीजों पर फोकस करने का मतलब है अपनी प्रॉब्लम की जड़ से ध्यान भटकाना । यानी एक समझदार इनसान कभी भी दूसरों के बुरे बर्ताव से खुद को कन्सर्न नहीं करता उसका फोकस खुद के रिऐक्शंस पर होता है।

Stoic फिलॉस्फर Seneca बोलते थे कि फ्रीडम का मतलब है कि तुम्हारा मन किसी भी तरह की चोट से ज्यादा मजबूत है और उसके सुख का source वह खुद है। अगर तुम्हें किसी दूसरे की जुबान और उसकी हंसी तंग नहीं करती तो समझ जाओ कि तुम भी फ्री हो ।

खुद को strong बनाओ।

जिस तरह से लकड़ी वह मेटीरियल है जिसपर एक कारपेंटर काम करता है वैसा ही एक wise इनसान वह है जो बस अपने मन को बदलने और ज्यादा स्ट्रांग बनाने की कोशिश करता है न कि दूसरों के मन को। अगर दूसरे लोग उससे गलत तरीके से बात करते हैं तो यह उनकी प्रॉब्लम है। एक समझदार इनसान का वास्ता बस खुद को ऐसे mistreatment से हर्ट ना होने देने से होता है ताकि वो कुछ ऐसा काम न कर दे या फिर ऐसी बात ना बोल दे, जिससे सामने वाले इंसान की hate और उसकी insult justify हो जाए।

ऐसा इसलिए क्योंकि wisdom इसी समझ में है कि आप दूसरों के बिहेवियर को कंट्रोल नहीं कर सकते और जब भी आप ये सोचते हो कि आप किसी दूसरे इंसान की वजह से सफर कर रहे हो, तब आप बस अपना वो टाइम वेस्ट कर रहे होते हो, जिससे आप अपने मन को स्ट्रॉन्ग बनाने में लगा सकते थे।

इसलिए खुद को पानी की तरह बनाओ, जिसमें जब भी कोई पत्थर फेंके तो वो पत्थर ही टूटे और डूबे और पानी को कुछ न हो। हरेक insulting और बद्तमीज इनसान को खुद के माइंड को स्ट्रॉन्ग बनाने का एक औजार समझों mistreatment आपका मिस फॉर्म्युन नहीं बल्कि वो आपके लिए एक opportunity है emotionally और mentally superior बनने की।

insult करने वाले को बताओ की वो matter नहीं करते।

जिस तरह से डॉक्टर्स अपनी दवाइयों की कड़वाहट कम करने के लिए शहद का इस्तमाल करते हैं वैसे ही wise लोग ह्यूमर की मिठास का इस्तमाल करते हैं कड़वे लोगों से डील करने के लिए दूसरी स्ट्रैटेजी जो आपको अनजान लोगों की insult से डील करने में मदद करेगी वो है सिंपली ये कहना कि ये predict करना की वो लोग exist ही नहीं करते।

Seneca अपनी बुक on anger में लिखते हैं कि ये एक तेज दिमाग की निशानी है कि वो insult से ऊपर उठ पाता है। सबसे अपमानजनक बदला होता है अपने विरोधी को ऐसे treat करना जैसे उसकी insult बदला लेने के लायक है ही नहीं। बहुत से लोग दूसरों को सबक सिखाने के चक्कर में अक्सर खुद जख्मी हो जाते हैं, लेकिन सबसे महान लोग वो होते हैं जो छोटे मोटे कुत्तों के भौंकने पर कोई response ही नहीं देते।

हर इंसान मे अच्छाई बुराई होती है

हर इंसान बुरा करने के काबिल होता है और इस तरह का माइंडसेट हमें इंसान की हर तरह की खामियों के लिए तैयार करता है।

चाहे आप फिलॉसॉफी के लिए सोचते हो या फिर साइकोलॉजी को स्टडी करते हो आपको ये बात अब तक समझ आ जानी चाहिए कि आप दुनिया की अच्छाई को पूरी तरह से एक्सपीरियंस नहीं कर सकते जब तक आप दुनिया और हर इनसान में मौजूद बुराई से वाकिफ नहीं हो जाते।

अगर आप एक चिड़चिड़े या सेंसिटिव इंसान हो तो खुद को बुरे लोगों का अब्यूज झेलने के लिए ट्रेंड करो।  तैयार रहो अच्छी से अच्छी और बुरी से बुरी सिचुएशन के लिए और ये प्रूव करो कि तुमने सच में प्राचीन फिलॉसफर की wisdom से कुछ सीखा है।

कोई ज्यादा insult करे तो क्या करे?

अगर किसी पॉइंट पर आपको ऐसा लगे कि पानी सर के ऊपर चला गया है तब भी अपने करेक्टर में इतनी हिम्मत रखो कि आप उस इंसान को अपनी लाइफ से बाहर निकाल सको या फिर atleast उससे थोड़ी दूरी बना सको बिना खुद सफर करे। ये रिस्पॉन्स इसलिए जरूरी है ताकि आप कुछ ऐसा ना बोल दो या फिर कर दो जो बाद में regret करो।

हालांकि वह एक अनजान इंसान की  insult पर तो आपको इतनी मेहनत भी नहीं करनी चाहिए। यानी अगर आपको सड़क पर कोई गुस्सैल ड्राइवर किसी दुकान में कोई चिड़चिड़ा इनसान रूड कस्टमर या फिर कोई और ऐसा स्ट्रेंजर मिले जो दूसरों की insult करके खुद के बारे में अच्छा फील करता है तो आप या तो बस उसकी बातों को मजाक की तरह लेकर उसकी insult पर हंस सकते हो, जिससे उसे भी ये लगे कि आप को तो उसकी insult का कोई फर्क पढ़ ही नहीं रहा।

तो दोस्तों ये था हमारा आर्टिकल अपनी insult का जवाब कैसे दे? (  how to react on insult ) जिसमे हमने बत करी की अगर कोई insult करे तो क्या करे? उम्मीद है आपको यहा पसंद आया होगा comment मे अपने विचार जरूर बताये।

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