शर्म ख़त्म कैसे करे?-
जिन लोगों में confidence की कमी और शर्म होती है, उन्हें socialize करने में बहुत मुश्किल होती है। पहले तो शर्म उनको दूसरों से दूर अपने comfort zone में रहने को बोलती है और उनका low confidence socialize करने की कोशिश करने से भी रोकता है।
इसलिए इस आर्टिकल शर्म ख़त्म कैसे करे में हम उन उपयो के बारे में बात करेंगे जो आपको किसी भी situations में confident बनने और अपनी शर्म को ख़त्म करने में मदद करेंगे।
शर्म ख़त्म कैसे करे? शर्म ख़त्म करने के 6 तरीके
1. Change the way you lebel yourself
हमेशा इस फैक्ट को याद रखो कि शर्म या फिर कॉन्फिडेंस की कमी का एक बहुत बड़ा हिस्सा होता है आपका उनमें विश्वास यानी आप शर्मीले और अंडर कॉन्फिडेंट इसलिए हो कि ये कहानी आपके मन में बैठी हुई है कि आपको लोगों से बात करना ना तो अच्छा लगता है और ना ही आपको बात कहना आता है।
इस विश्वास को सबसे पहले हमारे पेरंट्स हमारे मन में बिठाते हैं। आप भी अगर शर्मीले हो या फिर खुद में ज्यादा विश्वास नहीं रखते तो शायद आपने भी अपने पेरंट्स को दूसरों को ये बोलते हुए सुना होगा कि हमारा बच्चा तो बहुत ही शर्मीला है इसलिए वो दूसरों से बात नहीं करता। यानी अगर किसी दूसरे ने भी आपको अपने बचपन में आपके पेरंट्स के आगे शर्मीला बोला हो तब भी अगर आपके पेरेंट्स उन्हें ठीक करके ये नहीं बोलते कि आप शर्मीले नहीं हो तो ये चीज आपके दिमाग में सेटल कर जाती है एक नई identity की तरह।
हमारी identity बचपन में पूरी तरह से दूसरों के ओपिनियन पर बेस्ड होती है। अगर दूसरे लोग ये बोलें कि हम कितने कॉन्फिडेंट और समझदार हैं तो ऑटोमेटिकली हमारी पर्सनैलिटी extroverson जैसे traits की तरफ डेवलप होने लगेगी।
लेकिन जब हम बड़े होते हैं और हमें अपनी पर्सनैलिटी की वजह से मुश्किलें फेस करनी पड़ती हैं तब हमें इस फैक्ट को सुनने और समझने की बहुत जरूरत होती है कि हम खुद की personality और अपने बिहेवियर की कमियों को बदल सकते हैं और चाहे वो शर्म हो या फिर ओवरऑल कॉन्फिडेंस की कमी हम प्रैक्टिस करके और खुद पर विश्वास रखने से खुद को grow करने के लिए रीप्रोग्राम कर सकते हैं। पहला खुद को कॉन्फिडेंट समझना शुरू करोगे और उसके बाद आपमें असलियत में कॉन्फिडेंस बढ़ेगा।
इसलिए खुद के दिमाग में इस बात को बिठा लो और बार बार ये बोलो कि आप कॉन्फिडेंट और सोशली टेलेंटेड हों ।
2. Remain calm
अगर आपको हर तरह के लोगों से बात करने की आदत नहीं है तो आपको शुरू में आपको काफी डर लगेगा और आपको कन्वर्सेशन को इनीशिएट करने में भी बहुत हेज़िटेशन फील होगी और ऐसे में अगर आप खुद को रिलैक्स्ड नहीं रख पाए तो आप चाहे जितनी बार भी कोशिश कर लो आप अपने अंदर जरा सा भी कॉन्फिडेंस नहीं बढ़ा पाएंगे।
शर्मीले या फिर अंडर कॉन्फिडेंट लोगों को अक्सर अपनी बॉडी में कई बायलॉजिकल चेंजेस देखने को मिलते हैं जब भी वो अपने सोशलाइज करने के डर को फेस करने की कोशिश करते हैं। इसी वजह से बढ़ती धड़कन, पसीना और चढती सांस के साथ किसी को कान्वर्सेशन को हैंडल करना शर्मीले लोगो के लिए और भी मुश्किल हो जाता है।
यानी आपको सिर्फ कॉन्फिडेंट ही खुद को कैरी करने की स्किल नहीं डेवलप करनी है, बल्कि आपको at the same time इस प्रोसेस में खुद को कायम रखना है। इसलिए जब भी आप किसी से बात करो तब अपनी सास को गहरा और स्लो रखो। इससे दो चीजें होंगी पहले तो आपकी एंग्जाइटी और एलिवेटड हार्टबीट कंट्रोल में रहेंगी और दूसरा आप slowly और अराम से हर बात को बोलोगे, जिससे आप और ज्यादा कॉन्फिडेंट और क्लीयर माइंडेड लगेंगे।
3. Strengthen your strength
ये point self awareness के बारे मे है, बहुत से लोग अपनी कमियों को बेहतर बनाने में अपना इतना ज्यादा समय खराब कर देते हैं कि वो अपने असली टैलेंट्स और गिफ्ट्स को डेवलप ही नहीं कर पाते हैं और ये चीज सोशल सिचुएशंस में उनकी नर्वसनेस और शर्मीलेपन को बढ़ाती है।
सिर्फ इस बात पर फोकस मत करो कि आपको खुद में क्या क्या इम्प्रूव करना है? अपनी स्ट्रेंथ के बारे में भी सोचो। शायद आप थोड़े reserved हो, लेकिन आप लोगों को observe करने और उन्हें समझने में बहुत अच्छे हो। ऐसे केस इसमें आपको दूसरों पर अटेंशन देनी चाहिए और उनसे एम्पथिस करना चाहिए, जिससे आपके लिए किसी भी इंसान के साथ कन्वर्सेशन शुरू करना बहुत असान बन जाएगा।
फॉर एग्जाम्पल अगर कोई इंसान ऊपर से बहुत खड़ूस और इरिटेटिंग लग रहा है, लेकिन उसकी बॉडी लैंग्वेज ये बोलती है कि वो बहुत वल्नरेबल और वीक है तो ऐसे इनसान से जब आप बात करना शुरू करोगे तो वो भी आपके इस gesture को अप्रिशिएट करेगा और आप भी उनसे बात करने के बहाने खुद की स्ट्रेंथ को और स्ट्रॉन्ग बनाते जाएंगे।
आपकी स्ट्रेंथ सिर्फ आपको पता है इसलिए अपनी कमियों से भी पहले अपनी उन foundation qualities को और पक्का बनाएं जो आपको unique बनाती हैं
4. Do whatever it takes to be comfortable with yourself
अक्सर एक इनसान की low self esteem के पीछे बहुत से ऐसे रीजन होते हैं जिनपर वो काम करके वापस अपने कॉन्फिडेंस को बढ़ा और अपनी सेल्फ pursuption को improve कर सकता है।
एग्जाम्पल के तौर पर अगर आप बहुत underweight या फिर overweight हो तो जिम जाकर और सही डाइट लेकर खुद फिट और फिजिकली attractive बनाएं। अगर आपको को अनजान लोगों से बात करना नहीं आता तो अपने दोस्तों और फैमिली के साथ प्रैक्टिस करना शुरू करो और लंबी और गहरी कन्वर्सेशन की आदत डालो। अगर आप अपनी शर्म को इसलिए ख़त्म नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि आपके पास कोई बड़ा रीजन नहीं है खुद को push करने के लिए तो अपने passion के बहाने उन लोगों से मिलो जिनके इंटरेस्ट्स आपसे मिलते जुलते हैं।
अगर आप अपने लो कॉन्फिडेंस के पीछे की प्रॉब्लम को सॉल्व कर सकते हो तो आप किस चीज की wait कर रहे हो। हर उस रुकावट को जल्दी से जल्दी साइड करो जो पूरी तरह से आपके कंट्रोल में है और जो खुद ही आपको ज्यादा कॉन्फिडेंट बना सकती है।
5. Learn more or have the curiosity of learning
नॉलेज अपने साथ बहुत सा कॉन्फिडेन्स लाती है, जिसमें इंसान के पास अलग अलग टॉपिक्स और लाइफ के हर छोटे बड़े experience के बारे में अपने विचार जाहिर करने की काबिलियत होती है उस इनसान में नैचुरली कॉन्फिडेंस काफी ज्यादा होता है। Even उसे ज्यादा नॉलेज नहीं है, लेकिन उसमें नॉलेज हासिल करने की curiosity है तो वो तब भी शर्म या फिर अंडर कॉन्फिडेंस का शिकार नहीं बनेगा।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम लोग खुद को वैल्यू करते हैं अपनी दुनिया में कुछ contribute करने की क्षमता से जिस वजह ज्यादा नॉलेजेबल या फिर क्यूरियस लोग खुद की एक्जिस्टेंस में meaning और as a result अपने करेक्टर में कॉन्फिडेंस ढूंढ पाते हैं, इसलिए ज्ञान हासिल करो। हिस्ट्री, लिटरेचर और ह्यूमन बिहेवियर के बारे में पढ़ो। इससे आप दुसरों के लिए interesting भी बन पाओगे और खुद मे confident भी।
6. Make incremental improvements
कोई भी इंसान एकदम से कॉन्फिडेंट नहीं बन सकता कॉन्फिडेंस को धीरे धीरे अपने अंदर grow करा जाता है। जैसे अगर आपको किसी से कंवर्सेशन के दौरान eye कॉन्टेक्ट बनाना नहीं आता तो simply सबसे पहले उससे बात करते हुए बस eye contact menton करने की कोशिश करें। अगर आपको कन्वर्सेशन को स्टार्ट करने ही नहीं आता तो compliments देने या फिर सिंपल क्वेश्चंस पूछने से शुरू करें।
इस तरह आप आसानी से किसी से भी बातचीत चालू कर सकते हो और जब एक बार बात शुरू हो गई तब आप अपने कॉन्फिडेंस को मेंटेन कर सकते हो। बस अपनी बॉडी लैंग्वेज को सही रखकर और दूसरे इनसान में इंट्रेस्ट दिखा कर। अपना गोल डायरेक्टली ये मत बनाओ कि आपको कॉन्फिडेंट बनना है बल्कि अपने दिमाग में बस यह रखो कि आपको एक इंटरेस्टिंग conversation करनी है और नए दोस्त बनाने हैं। इस mindset के साथ अब खुद ही अपनी शर्म और self consciousness को छोड़कर सोशल गेम को खेलने लग जाओगे और सोशलाइजिंग के मास्टर बन पाओगे।
Bonus tip
किसी से भी सोशल interaction से पहले कोई ऐसी एक्टिविटी को परफॉर्म करो, जिसमें आपको बहुत मजा आता है जैसे अगर आपको किसी पार्टी मीटिंग या डेट पर जाना है तो कोई बुक रीडिंग करो, गानों को सुनें या फिर अपने favourite टीवी शो को देखो इससे आप ज्यादा curious और आउटगोइंग बनोगे। आपने अपने अंदर भी नोटिस किया होगा कि जब भी आप कोई अच्छी बुक पढ़ते हो या फिर कोई मूवी देखते हो, तब आप उस स्टोरी या फिर अपनी उस चीज पर व्यूज दूसरों के साथ शेयर करना चाहते हो।
बहुत से लोग अपने workout की वजह से extrovert और कॉन्फिडेंट फील कर रहे होते हैं क्योंकि किसी भी तरह की aerobic excercise हमारी nerves को काम करने में बहुत मदद करती है हमारे शरीर में मौजूद एड्रीनलीन को burn करके।
ये ट्रिक आपके सोशलाइजिंग की प्रैक्टिस में बहुत काम आएगी। लेकिन सबसे ज्यादा बेनिफिट आपको इन शर्म ख़त्म करने के इन 6 तरीको को फॉलो करने से नहीं बल्कि इनको एक cycle की तरह repeatedly perform करने से मिलेगा।
शर्म ख़त्म कैसे करे? – Conclusion
अगर आप एक्चुअल में इस article से अपने साथ कुछ लेकर जाना चाहते हो तो ये insights होनी चाहिए कि आप वो बन सकते हो जो आप खुद के बारे में believe करते हों। एक loser सिर्फ तब तक ही looser रहता है जब तक वो अपनी situations के आगे खुद को helpless समझता है और ऐसा ही एक शर्मीला या फिर अंडर कॉन्फिडेंट इनसान भी खुद को तब तक ही शर्मीला या फिर अंडर कॉन्फिडेंट समझता है जब तक वो अपने मन में चल रही इस पुरानी और लिमिटेड कहानी को चेंज नहीं करता।
दोस्तों ये था हमारा article शर्म ख़त्म कैसे करे? हमे उम्मीद है आपको यहा पसंद आया होगा कमेंट मे हमे अपने विचार जरूर बताये।