Bathing tips : इस लेख में हम आपको बताएंगे की नहाने का सही तरीका क्या है, आपको कैसे नहाना? इस लेख को पूरा पढ़ने हर बाद आपको क्लियर हो जाएगा कि कब कैसे और कितनी बार नहाना चाहिए ताकि आपकी शरीर को फायदा हो ना कि नुकसान।
Ayurvedic tips : नहाने को हमेशा से ही भारतीय संस्कृति में शरीर के शुद्धीकरण के रूप में देखा जाता रहा है। हालांकि इसका मतलब ये नहीं कि हम जैसे चाहें वैसे नहाने लग जाएं। आप हैरान हो जाएंगे ये जानकर की कितने विस्तार में हमारे आयुर्वेद में नहाने के सही तरीके पर बात की है और कितना कम हीं आम जनता नहाने के तरीको के बारे मे जानती है। चलिए तो जानते है आयुर्वेद के अनुसार नहाने के सही तरीको के बारे मे।
आयुर्वेद के अनुसार नहाने के 6 सही तरीके
6/1. गरम पानी से नहाना है नुकसानदायक
ये बात जानकर आप में से काफी लोग आश्चर्यचकित हो जाएंगे लेकिन आयुर्वेद के अनुसार चाहे कोई भी सीजन क्यों ना हो, लेकिन गरम पानी से बिल्कुल भी नहीं नहाना चाहिए हमेशा ठंडे पानी से नहाना चाहिए। जब मैं ठंडा पानी कह रही हूं तो इसका मतलब बर्फ वाला पानी नहीं बल्कि नॉर्मल रनिंग पानी।
गरम पानी से नहाने के नुकसान
- गरम पानी से नहाने पर आपके सेंसस अच्छे से खुल नहीं पाते।
- आपको एनर्जी नहीं मिलती ओर आप जल्द हीं थका हुआ महसूस करने लग जाते है।
- रोज गर्म पानी से नहाने से पाचन शक्ति कमजोर होती है
- गर्म पानी से नहाने से डार्क सर्कल होने लग जाते है।
- कमजोर इम्युनिटी जैसी समस्याएं आ सकती है।
- गर्म पानी को सर पर या आखो पर डालना भी बालो सिर ओर आँखो के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इससे बाल झड़ने की समस्या के साथ सिरदर्द की समस्या भी होने लगती है।
आप अर्थरिटीज या बुखार की स्थिति मे हलके गुनगुने पानी से नहा सकते है।
नहाते समय शरीर पर पानी कैसे डाले?
अगर आप ठंडे पानी से नहाते हैं तो पहले सिर पे पानी डालें और फिर पैरों की तरफ जाएं। वहीं अगर आप गुनगुने पानी से नहा रहे हैं तो पहले पैरों को गीला करें और फिर धीरे धीरे ऊपर बढ़ें। इससे हमारे शरीर में रक्त संचरण सही रहता है, जिसकी वजह से ब्लड क्लॉट नहीं बनते। इसलिए ठंडे पानी से नहाने की आदत डालें क्योंकि ये बेस्ट तरीका है अपनी बॉडी को सुबह-सुबह एनर्जेटिक करने का।
6/2. हमेशा खाना खाने के पहले नहाये।
आप खुद ये प्रयोग करें, एक दिन पहले खाना खाएं और फिर नहाएं फिर दूसरे दिन पहले नहाएं और फिर खाना खाएं। देखे की कैसे आपकी शरीर कैसे प्रतिक्रिया करता है, आपका पाचन तंत्र कैसा रहता है कितनी भूख लगती है आपको?ज्यादातर आपको दूसरे केस में बेहतर महसूस होगा।
ऐसा इसलिए क्योंकि पाचन के लिए शरीर की बहुत ऊर्जा खर्च हो जाती है, जिसके लिए बड़ी मात्रा में ब्लड फ्लो पेट की तरफ होना चाहिए।
खाना खाने के बाद नहाने के नुकसान
जब आप खाना खाने के तुरंत बाद नहा लेते हैं तो शरीर का तापमान कम हो जाता है। शरीर का तापमान संतुलित करने के लिए पेट में जिस ब्लड की ज़रूरत थी वो स्किन लेयर पर ट्रांसपोर्ट होने लगता है। इस वजह से पाचन क्रिया मंद पड़ जाती है,आंतें कमजोर होने लगती हैं और पाचन संबंधित समस्या आने लगती है।
अगर आप किसी कारण खाने के बाद नहाना चाहते हैं तो कम से कम 2 घंटे का गैप जरूर रखें।
6/3. नहाने से पहले तेल से मसाज जरुर करे।
नहाने से पहले तेल से शरीर की मालिश नहाने के फायदों को कई गुना बढ़ा देती है।
जब हम नहाने से पहले तेल मसाज करते हैं तब तेल अपने साथ गंदगी और टॉक्सिंस को अटैच कर लेता है, जिससे फिर हम नहाते हुए बड़ी असानी से धो पाते हैं।
यही कारण है की प्राचीन भारत में नहाना कभी भी पानी से शुरू नहीं होता था। आयुर्वेद की संहिताओं में नहाने से पहले तेल से मसाज जिसे अभ्यंग कहते हैं, इस पर बहुत जोर डाला गया है।
हालांकि हमारे मॉडर्न बिजी लाइफस्टाइल में इस प्रैक्टिस को रोज रोज करना शायद उतना व्यवहारिक ना हो, लेकिन मैं सलाह दूंगी कि आप कम से कम हफ्ते में एक बार तो जरूर नहाने से पहले तेल से मसाज जरुर करे।
सिर्फ दो मिनट के लिए भी मसाज करने से आपको नहाने का बहुत फायदा होगा, जिससे आप पूरा दिन एनर्जेटिक महसूस करेंगे और त्वचा भी ग्लो करेगी।
मसाज के लिए कोनसे तेल का इस्तेमाल करे
आप मसाज के लिए नारियल का तेल, सरसों का तेल, बादाम तेल या तिल का तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
6/4. नहाते समय मृत त्वचा को हटाए।
क्या आप नहाते हुए अच्छे से मृत त्वचा को हटा पाते हैं? शायद नहीं। क्या आपको पता है कि साबुन से धोने के बाद भी काफी बार मृत त्वचा हट नहीं हो पाती है।
नहाते समय मृत त्वचा को हटाने के लिए अपनाये 2 उपाय
- 1. नहाते हुए स्क्रबर का इस्तेमाल करें – बहुत आसान है इसे यूज करना बॉडी पर साबुन लगा लें, लूफा को गीला करले एक्स्ट्रा पानी निचोड़ दें और फिर अच्छे से शरीर पर रगड़ें। इसे रेग्युलरली यूज करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और त्वचा के छोटे छोटे पोर्स में तेल और गंदगी भी बाहर निकल जाती है।
- 2. एक और गलती जो काफी लोग करते हैं वो ये कि नहाने के बाद वो बड़े हल्के हाथों से अपनी शरीर को पोछते है दरअसल टावल को थोड़े प्रेशर से परे शरीर पर रफ करना चाहिए।
इन दोनों चीजों को करने से मृत त्वचा की लेयर बड़ी आसानी से निकल जाएगी। जिससे त्वचा का ग्लो बहुत बढ़ जाएगा।
6/5. बहुत कम या बहुत अधिक समय तक नहाना
क्या आप जल्दी से बाथरूम में घुसते हैं शावर ऑन किया और जल्दी से साबुन लगाया धोया और टॉवल से पोछ के बाहर आ गए या फिर आप घंटों बाथरूम में शरीर पर पानी डालते रहते हैं। आपको इनमें से किसी भी कैटेगिरी में नहीं आना है।
नहाना सिर्फ शरीर को साफ करने तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि आपके दिमाग़ और आत्मा को भी स्वच्छ करना चाहिए और आराम से नहाना चाहिए। शांत दिमाग़ के साथ तभी आप नहाने के पूरे फायदों को महसूस कर पाएंगे। आयुर्वेद की मानें तो नहाते हुए गहरी सास की प्रैक्टिस भी करनी चाहिए।
हालांकि इन सबका मतलब ये नहीं कि हम बहुत ज्यादा टाइम तक नहाते रहें। बहुत ज्यादा पानी डालना या अधिक साबुन लगाने से स्किन ड्राय और रफ हो जाती हे पर एक बार नहाना तो जरूरी है।
6/6. नहाने के लिए Toxic प्रोडक्ट्स का उपयोग करना बंद करे।
क्या आपने कभी अपने नहाने के प्रोडक्ट्स के इंग्रीडिएंट्स को चेक किया है? आप शॉक्ड हो जाएंगे ये जानकर कि भारतीय बाज़ारो में 90% से भी ज्यादा प्रोडक्ट्स में हार्श केमिकल्स का इस्तेमाल होता है।
जैसे कि मिनरल ऑयल, सल्फेट, पैरा हार्श, अल्कोहल, सिलिकॉन आर्टिफिशियल फ्रेग्नेंस से कलर्स जो फायदा नहीं बल्कि त्वचा को अंदर से डैमेज करते हैं
क्योंकि हम इन प्रोडक्ट्स को रोज इस्तेमाल करते हैं। जिस वजह से धीरे धीरे इनके टॉक्सिन्स हमारी ब्लड स्ट्रीम में जाने लगते हैं जैसे रफ स्किन, हेयर फॉल, डैंड्रफ ओर एलर्जी होने लगती है।
तो जब भी आप कोई प्रोडक्ट खरीदें तो एक बार उसके इंग्रिडेंट्स जरूर पढ़ें। सिर्फ इस एक आदत से आपको त्वचा और बालो की समस्या में काफी रिलीफ मिल जाएगा।
दोस्तों नहाने से दिमाग़ फ्रेश होता है, बॉडी शुद्ध होता है, शरीर मे एनर्जी बढ़ती है आपको बस सही तरीके से नहाना चाहिए। हमारे इस लेख नहाने का सही तरीका के बारे मे आपके क्या विचार है हमे कमेंट मे जरूर बताये।